
सच्चा शरणम् इस रम्यांतर जाल-स्थल (Website) का अनिवार्य अंग है। इसी चिट्ठे (Blog) पर रम्यांतर की अभिव्यक्ति का अधिकांश प्रकट होता है, होता रहेगा। साहित्य, संस्कृति, कला, प्राचीन, अर्वाचीन, लोक, शास्त्र, भाषा, भाव – सहज संयुक्त हैं यहाँ। सच्चा शरणम् वर्ष 2008 से गतिमान् है, निरंतर- कभी चटक, कभी मद्धिम।
संस्कृत के आर्ष ग्रंथों एवं अमूल्य साहित्य का अतुल वैभव हिन्दी में प्रस्तुत करने की क्षुद्र चेष्टा भी करता है सच्चा शरणम् का अकिंचन लेखक।
कविताओं के साथ-साथ ललित निबंधों का पारिजात मह-मह महकता है इस पृष्ठ पर। समीक्षा, आलोचना, सामयिक आलेख, ब्लॉग एवं ब्लॉगिंग पर लिखे तत्कालीन आलेख इस पृष्ठ को गद्य-गरिमा देते हैं।
गीतों और ग़ज़लों से तृप्त होती है इसकी प्यास। शास्त्र की भूमि पर निखरता है सच्चा शरणम् का लोक-मन। भोजपुरी भाषा की विशिष्ट रचनाओं को प्रस्तुत कर देने में सहज ही धन्य होता है यह ब्लॉग।
विभिन्न भाषाओं से हिन्दी में अनूदित रचनाओं को संकलित करने के साथ ही विशिष्ट संस्कृत एवं अंग्रेजी रचनाओं का हिन्दी अनुवाद भी सच्चा शरणम् पर प्रमुखतः प्रकाशित होते हैं। संस्कृत के आर्ष ग्रंथों एवं अमूल्य साहित्य का अतुल वैभव हिन्दी में प्रस्तुत करने की क्षुद्र चेष्टा भी करता है सच्चा शरणम् का अकिंचन लेखक। इसके अतिरिक्त भाषा, संस्कृति, विज्ञान, पर्यावरण आदि पर भी स्फुट रचनायें मिलेंगी यहाँ।
अन्य जाल-स्थल
अखिलं मधुरम् - अभीं तो आँखें नहीं भरीं
अखिलं मधुरम् हिन्दी भाषा में लिखा जाने वाला एक ब्लॉग है। यह चिट्ठा भी रम्यांतर वेब-स्थल से संयुक्त है। प्रारंभ से ही आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक रचनाओं का एक विशिष्ट स्थल रहा है यह ब्लॉग।

इस ब्लॉग पर श्री प्रेम नारायण पंकिल की मौलिक साहित्यिक, धार्मिक, दार्शनिक एवं आध्यात्मिक काव्य एवं गद्य रचनायें निरन्तर प्रकाशित होती रहती हैं।
यह ब्लॉग स्वयं में अनूठा है जिस पर स्वांतः सुखाय रचित कृतियाँ पर-आस्वाद का हेतु बनती हैं और अप्रतिम सर्जना का दर्शन होता है। यह प्रविष्टियाँ गीतात्मक हैं, प्रवाहपूर्ण हैं, भावयुक्त हैं। इनमें भक्ति है और समर्पण भी। कहीं स्फुट प्रकट हैं तो कहीं महाकाव्यात्मक। इस ब्लॉग की प्रविष्टियाँ रम्यांतर के संचालक हिमांशु पाण्डेय द्वारा प्रकाशित की जाती हैं।
अँजोर – गँवई भाषा में आपन कुल बात
अँजोर लोकभाषा के रस से पगा हुआ ब्लॉग है। लोकभाषा विशेषतः भोजपुरी की विभिन्न विधाओं में रचित रचनाओं का ब्लॉग है अँजोर।

यद्यपि लोकभाषा की रचनायें न्यूनाधिक सच्चा शरणम् एवं अखिलं मधुरम् पर भी प्रकाशित होती रही हैं, परन्तु भोजपुरी की रचनाओं को एक अतिरिक्त स्थान के उद्देश्य से अँजोर प्रारम्भ हुआ था। कविताओं एवं गीतों के साथ-साथ अन्य विधाओं की रचनाओं को भी यहाँ प्रकाशित करते रहने का दायित्व एक ही व्यक्ति पर होने के कारण यह ब्लॉग यद्यपि पर्याप्त सक्रिय स्थिति में नहीं रह पा रहा, परन्तु सिमटी जिजीविषा अभी भी इस ब्लॉग को जीवंत रखे हुए है।
इस ब्लॉग का उद्देश्य भोजपुरी भाषा में रचित रचनाओं के अतिरिक्त भोजपुरी क्षेत्र में हुए उल्लेखनीय योगदानों एवं महनीय व्यक्तित्वों को रेखांकित करना भी है।
Eternal Sharing Literature – Flashing Indian Literature in English
Eternal Sharing Literature is a blog written in English language. It features the literary artists and their works of any language in India. There is very less information available on Hindi and other Indian language literature in English on the web.

Eternal Sharing Literature is an attempt to introduce Indian literature especially Hindi Literature, Hindi authors and their works as well.
Eternal Sharing Literature flashes general biography of authors with special references of their important works. It also delivers some notes on significant works written in Hindi and other Indian languages.